11जनवरी/देवीस "विश्व हिन्दी दिवस" पर साहित्यकार सम्मान, पुस्तक लोकार्पण, एवं काव्यगोष्ठी सम्पन्न |
दिनांक 11 जनवरी 2020 को "विश्व हिंदी दिवस" के उपलक्ष में "संस्कृति साहित्य रचनालय 'संसार' देवास के संयोजन में श्री दिलीप जी मांडलिक के निवास पर "साहित्यकार सम्मान पुस्तक लोकार्पण एवं काव्य गोष्ठी" का आयोजन किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता देवास नगर के सुप्रसिद्ध कवि श्री देवकृष्ण व्यास ने की । मुख्य अतिथि डॉ. रघुनाथ मिश्र 'सहज' (वरिष्ठ साहित्यकार) कोटा विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री बंशीधर जी 'बन्धु' (प्रसिद्ध मालवी गीतकार एवं संयोजक मालवा लोक साहित्य समिति शुजालपुर), तथा कवि श्री राम प्रसाद 'सहज' शुजालपुर उपस्थित थे । सर्वप्रथम अध्यक्ष महोदय एवं मंचासीन अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर पूजन अर्चन एवं दीप प्रज्ज्वलन किया गया । अतिथि परिचय के पश्चात संस्था संयोजक श्री प्रभाकर शर्मा, महासचिव श्री सुरेन्द्र राजपूत 'हमसफ़र' उपाध्यक्ष श्री दिलीप मांडलिक द्वारा सभी अतिथियों का शॉल, श्रीफ़ल पुष्पहार एवं डायरी भेंटकर सम्मानित किया गया । श्री प्रभाकर शर्मा द्वारा दिये गए संस्था परिचय व स्वागत भाषण के पश्चात श्री भँवरलाल श्रीवास भोपाल द्वारा सम्पादित कला, साहित्य और विचार की त्रैमासिक पत्रिका ''कला समय" का विमोचन किया गया । पत्रिका कला समय के सांस्कृतिक प्रतिनिधि श्री बंशीधर बन्धु द्वारा पत्रिका से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई । राधेश्याम जी पांचाल द्वारा माँ सरस्वती की सुन्दर वन्दना के साथ ही काव्य गोष्ठी का शुभारंभ हुआ ।
मालवी कवि बंशीधर जी बंधु के मालवी गीतों पर पूरा सदन मस्ती से झूम उठा । देवकृष्ण जी व्यास के हिन्दी की महत्ता को बताने वाले गीत 'बारहखड़ी' ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया । डॉ. रघुनाथ मिश्र 'सहज' श्री प्रभाकर शर्मा बन्धु, राम प्रसाद 'सहज', ओंकारेश्वर जी गेहलोत,विश्वनाथ मांडलिक, अज़ीज़ रोशन, सलाउद्दीन 'सलिस', सुरेन्द्र हमसफ़र',दिलीप मांडलिक, राधेश्याम पांचाल,विजय जोशी, राजेश चौधरी ,डॉ. इक़बाल मोदी,आदि कवि शायरों ने अपनी एक से बढ़कर एक उत्कृष्ट रचनाओं से काव्य गोष्ठी को यादगार बना दिया । कार्यक्रम का सफल संचालन सुरेन्द्र सिंह राजपूत 'हमसफ़र' ने किया । आभार दिलीप मांडलिक ने माना ।
रिपोर्ट -- सुरेन्द्र सिंह राजपूत 'हमसफ़र' देवास मध्यप्रदेश ने दी